अमौली चांदपुर थाना क्षेत्र के रूरा गांव के इंन्द्रपाल निषाद पुत्र स्वः बद्री प्रसाद निषाद उम्र करीब 45 वर्ष कल रबिवार की देर रात अपने घर से ट्यूबेल लेटने जा रहे था तभी रास्ते मे किसी जहरीले कीड ने पैर मे काट लिया
।सांप काटने की शंका होने पर वापस घर जाकर परिजनो को बताया ।परिजनो ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमौली मे भर्ती कराया । प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर दशा होने पर चिकित्सक ने रिफर कर दिया जहाँ आज इलाज दौरान मौत हो गयी ।
जंगली जानवरों की मौजूदगी से ग्रामीण दहशतजदा*
चौडगरा फतेहपुर -फतेहपुर जनपद के देवमई विकासखंड के पान्डु नदी के किनारे बसे मिराई गांव के ग्रामीणों ने सुबह शौच के लिए जाते समय लकड़बग्घे के बच्चे को झाड़ियों में छुपे होने पर पकड़ा । ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग के वन रेंजर अधिकारी बिंदकी सत्यनारायण मौर्य व वन दरोगा ओमप्रकाश सिंह व वनरक्षक श्रवण कुमार शुक्ला व वनरक्षक रविंद्र कुमार की टीम ने बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया । बताते चलें कि कल इसी गांव के मजरे रियांरी में एक भेड़िए ने उक्त गांव के 2 लोगों को लहूलुहान कर दिया था। ग्रामीणों ने घेरकर भेड़ियों को लाठी डंडे से पीटकर मार डाला। आज फिर लकड़बग्घे के बच्चे के मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन रेंज अधिकारी एस एन मौर्य ने बताया कि यह मादा बच्चा लकड़बग्घे का 25 से 30 दिन का है। आमतौर पर मई माह लकड़बग्घे के प्रजनन का माह होता है ,फसले कट जाने के बाद यह अक्सर खुले मैदानों में आ जाते हैं। दहशत जैसा कोई माहौल नहीं है ।स्वाभाविक सी बात है अगर बच्चा यहां मिला है तो लकड़बग्घे का जोड़ा भी होगा।
Crime18 News || Reporter~ संदीप कुमार
।सांप काटने की शंका होने पर वापस घर जाकर परिजनो को बताया ।परिजनो ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमौली मे भर्ती कराया । प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर दशा होने पर चिकित्सक ने रिफर कर दिया जहाँ आज इलाज दौरान मौत हो गयी ।
जंगली जानवरों की मौजूदगी से ग्रामीण दहशतजदा*
चौडगरा फतेहपुर -फतेहपुर जनपद के देवमई विकासखंड के पान्डु नदी के किनारे बसे मिराई गांव के ग्रामीणों ने सुबह शौच के लिए जाते समय लकड़बग्घे के बच्चे को झाड़ियों में छुपे होने पर पकड़ा । ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग के वन रेंजर अधिकारी बिंदकी सत्यनारायण मौर्य व वन दरोगा ओमप्रकाश सिंह व वनरक्षक श्रवण कुमार शुक्ला व वनरक्षक रविंद्र कुमार की टीम ने बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया । बताते चलें कि कल इसी गांव के मजरे रियांरी में एक भेड़िए ने उक्त गांव के 2 लोगों को लहूलुहान कर दिया था। ग्रामीणों ने घेरकर भेड़ियों को लाठी डंडे से पीटकर मार डाला। आज फिर लकड़बग्घे के बच्चे के मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन रेंज अधिकारी एस एन मौर्य ने बताया कि यह मादा बच्चा लकड़बग्घे का 25 से 30 दिन का है। आमतौर पर मई माह लकड़बग्घे के प्रजनन का माह होता है ,फसले कट जाने के बाद यह अक्सर खुले मैदानों में आ जाते हैं। दहशत जैसा कोई माहौल नहीं है ।स्वाभाविक सी बात है अगर बच्चा यहां मिला है तो लकड़बग्घे का जोड़ा भी होगा।
Crime18 News || Reporter~ संदीप कुमार



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