फतेहपुर चौरासी उन्नाव
बरसात में सब्जियों की आवक कम होने से भाव आसमान छूने लगे हैं। सब्जियों का दाम बढ़ने से भोजन की थाली सब्जी विहीन होने लगी। सब्जियों के भाव इस कदर चढ़ गए हैं कि जो सब्जियां अमूमन दस रुपये किलो के भाव से बिक रही थीं, उनके दाम डेढ़ से ढाई गुना तक बढ़ गए। गरीबों के लिए यह बढ़ोत्तरी खासी तकलीफदेह है।
सब्जियों की आढ़तों पर माल कम खरीददार अधिक रहे। टमाटर, पालक, लौकी, तोरई, बैगन आदि के दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं। सब्जी उत्पादक किसान मथुरा प्रसाद का मानना हैं कि अभी एक माह तक सब्जी महंगी रहेगी उसके बाद जब खेतों की सब्जी आना शुरू हो जाएगी तभी सस्ती हो सकती है।
सब्जी खरीददार नईम का कहना है कि आवक और मांग में अंतर से थोक दाम बढ़े हैं, जिसका असर फुटकर बिक्री पर पड़ रहा है।
फतेहपुर चौरासी बाजार में फुटकर विक्रेताओ ने बताया कि टमाटर के दाम सर्वाधिक चढ़े हैं। गैर जिला की आवक भी कम रही है। यहां टमाटरों की बिक्री के अमूमन 8-10 जगह ढेर लगे नजर आते हैं। रविवार को 5-6 जगहाें पर ही टमाटर बिकते दिखे। सब्जी खरीद रही गृहणी मधुलिका और सुनीता ने बताया कि तीन रोज पहले टमाटर का भाव 10 से 15 रुपये किलो था। आज 30 रुपये किलो लेना पड़ा है।
सब्जी महंगी होने की वजह से बाजारों में भीड़ भी कम मात्रा में ही दिख रही है
बरसात में सब्जियों की आवक कम होने से भाव आसमान छूने लगे हैं। सब्जियों का दाम बढ़ने से भोजन की थाली सब्जी विहीन होने लगी। सब्जियों के भाव इस कदर चढ़ गए हैं कि जो सब्जियां अमूमन दस रुपये किलो के भाव से बिक रही थीं, उनके दाम डेढ़ से ढाई गुना तक बढ़ गए। गरीबों के लिए यह बढ़ोत्तरी खासी तकलीफदेह है।
सब्जियों की आढ़तों पर माल कम खरीददार अधिक रहे। टमाटर, पालक, लौकी, तोरई, बैगन आदि के दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं। सब्जी उत्पादक किसान मथुरा प्रसाद का मानना हैं कि अभी एक माह तक सब्जी महंगी रहेगी उसके बाद जब खेतों की सब्जी आना शुरू हो जाएगी तभी सस्ती हो सकती है।
सब्जी खरीददार नईम का कहना है कि आवक और मांग में अंतर से थोक दाम बढ़े हैं, जिसका असर फुटकर बिक्री पर पड़ रहा है।
फतेहपुर चौरासी बाजार में फुटकर विक्रेताओ ने बताया कि टमाटर के दाम सर्वाधिक चढ़े हैं। गैर जिला की आवक भी कम रही है। यहां टमाटरों की बिक्री के अमूमन 8-10 जगह ढेर लगे नजर आते हैं। रविवार को 5-6 जगहाें पर ही टमाटर बिकते दिखे। सब्जी खरीद रही गृहणी मधुलिका और सुनीता ने बताया कि तीन रोज पहले टमाटर का भाव 10 से 15 रुपये किलो था। आज 30 रुपये किलो लेना पड़ा है।
सब्जी महंगी होने की वजह से बाजारों में भीड़ भी कम मात्रा में ही दिख रही है



Post A Comment:
0 comments so far,add yours