ब्युरो रिपोर्ट सोनम गुप्ता
बाड़मेर। फर्जी तरीके से जमीन हड़पने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने एवं जमीन वापिस दिलवानें की मांग को लेकर जिला कलक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में प्रार्थीनी हलीमा पत्नि समद मुसलमान निवासी पंूजासर ने बताया कि मेरा चाचा करीमना पुत्र नीमरा जो कि बचपन से मानसिक रोगी है। इस का फायदा उठाते हुए हनीफ पुत्र करीमदाद ने मेरे चाचा से ठगी कर मेरे चाचा की 42 बीघा जमीन में से 08 बीघा जमीन रुपाराम जाट निवासी धनाउ व करनाराम जाट निवासी धोरीमन्ना के नाम से फर्जी बेचान कर दिया और शेष भूमि हनीफ ने मेरे चाचा को बहकावे में लेंकर फर्जी रजिस्टी करवा कर अपने नाम करवा ली।
इसके बाद रुपाराम व करनाराम ने उक्त 08 बीघा जमीन छोटी पत्नि मुकनाराम विश्नोई निवासी सदराम की बैरी शोभाला को बैच दी। उक्त जमीन पर आज भी मेरा कब्जा कायम है वह मै उक्त जमीन पर लगातार काश्त करती आ रही हुं।
मेरे चाचा के भोलेपन का फायदा हनीफ ने उठाकर पहले करनाराम व रुपाराम को जमीन बेच दी व शेष बची जमीन भी अपने खुद के नाम फर्जी रजिस्टी के जरीये करवाई है, उक्त बैचान के सम्बन्ध में करीमना को कोई जानकारी भी नहीं है। क्योंकि वो बचपन से मानसिंक रोगी है उसे कुछ भी पता नहीं है। जिसका इन लोगों ने फायदा उठाकर उसके साथ धोखा किया।
प्रार्थीनी ने हनीफ के द्वारा फर्जी बैचान की रजिस्टी को खारिज करवाकर उक्त जमीन पर कब्जा वापिस करीमना को दिलवाने की मांग की।
बाड़मेर। फर्जी तरीके से जमीन हड़पने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने एवं जमीन वापिस दिलवानें की मांग को लेकर जिला कलक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में प्रार्थीनी हलीमा पत्नि समद मुसलमान निवासी पंूजासर ने बताया कि मेरा चाचा करीमना पुत्र नीमरा जो कि बचपन से मानसिक रोगी है। इस का फायदा उठाते हुए हनीफ पुत्र करीमदाद ने मेरे चाचा से ठगी कर मेरे चाचा की 42 बीघा जमीन में से 08 बीघा जमीन रुपाराम जाट निवासी धनाउ व करनाराम जाट निवासी धोरीमन्ना के नाम से फर्जी बेचान कर दिया और शेष भूमि हनीफ ने मेरे चाचा को बहकावे में लेंकर फर्जी रजिस्टी करवा कर अपने नाम करवा ली।
इसके बाद रुपाराम व करनाराम ने उक्त 08 बीघा जमीन छोटी पत्नि मुकनाराम विश्नोई निवासी सदराम की बैरी शोभाला को बैच दी। उक्त जमीन पर आज भी मेरा कब्जा कायम है वह मै उक्त जमीन पर लगातार काश्त करती आ रही हुं।
मेरे चाचा के भोलेपन का फायदा हनीफ ने उठाकर पहले करनाराम व रुपाराम को जमीन बेच दी व शेष बची जमीन भी अपने खुद के नाम फर्जी रजिस्टी के जरीये करवाई है, उक्त बैचान के सम्बन्ध में करीमना को कोई जानकारी भी नहीं है। क्योंकि वो बचपन से मानसिंक रोगी है उसे कुछ भी पता नहीं है। जिसका इन लोगों ने फायदा उठाकर उसके साथ धोखा किया।
प्रार्थीनी ने हनीफ के द्वारा फर्जी बैचान की रजिस्टी को खारिज करवाकर उक्त जमीन पर कब्जा वापिस करीमना को दिलवाने की मांग की।



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