ब्यूरो चीफ जितेन्द्र निषाद उर्फ टाइगर अम्बेडकर नगर
समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन की मेहनत रंग लाई
---- अपना वतन अपना ही होता है । जी हां इधर पिछले वर्षों जनपद के कई युवक विदेशों में जा फंसे और जब वो किसी तरह वापस आये तो उन की जुबान पर यही जुमला था । जिले का हजपुरा निवासी जफर मेहदी रविवार को अपने वतन वापस आ गया जो पिछले तीन माह से कतर में फंसा हुआ था जिसे न तो पूरी तनख्वाह मिलती न ही भर पेट भोजन ।
युवक के वतन वापसी की कहानी में जिले के बजरंगी भाई जान के नाम से पुरे मुल्क में मशहूर प्रमुख समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन की मेहनत एक बार फिर रंग लाई है । बताया जाता है के जफर मेहदी रोजी रोटी के लिए कतर गया था जिसको 58 हजार अपरोक्स सैलरी देने का वादा भी किया गया था
लेकिन ढाई माह बीत जाने तक भी उसे एक रुपये भी नही मिले साथ ही उसे परेशान भी किया जाता था सिर्फ काम लिया जाता था जफर ने अपनी सारी परेशनी को आबिद को वाट्सप के जरिए भेजी ताकि उसकी मदद हो सके जफर ने सम्बंधित एजेंसी से शिकायत किया
लेकिन उस एजेंसी ने मदद नही किया लेकिन फिर भी किसी तरह की कोई मदद न हो सकी ऐसे में उन्हें सैयद आबिद हुसैन के बारे में टीवी समाचार व फेसबुक से जानकारी हुयी कि वो विदेश में फसे लोगो की शोसिल मीडिया पर मोहीम चला कर मदद करवाते हैं इससे पैहले सैयद आबिद हुसैन दर्जनों मुहीम चला चुके हैं और लोगो की मदद करवा चुके हैं हाल ही में जिले का एक लाल बब्बर अली को आबिद ने अपनी मुहीम के जरिये आजाद कराया था ।
लेकिन जफर के मसले में उन्होंने ट्विटर से नही बल्कि कतर में कई सालों से रह हिंदुस्तान के बड़े विजनिस मैन सुहैल बुखारी से राबता किया सुहैल बुखारी ने अपने सेक्रेटरी महादेवन से बात कराई उन्हों ने जफर की सारी डीटेल मागी
समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन की मेहनत रंग लाई
---- अपना वतन अपना ही होता है । जी हां इधर पिछले वर्षों जनपद के कई युवक विदेशों में जा फंसे और जब वो किसी तरह वापस आये तो उन की जुबान पर यही जुमला था । जिले का हजपुरा निवासी जफर मेहदी रविवार को अपने वतन वापस आ गया जो पिछले तीन माह से कतर में फंसा हुआ था जिसे न तो पूरी तनख्वाह मिलती न ही भर पेट भोजन ।
युवक के वतन वापसी की कहानी में जिले के बजरंगी भाई जान के नाम से पुरे मुल्क में मशहूर प्रमुख समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन की मेहनत एक बार फिर रंग लाई है । बताया जाता है के जफर मेहदी रोजी रोटी के लिए कतर गया था जिसको 58 हजार अपरोक्स सैलरी देने का वादा भी किया गया था
लेकिन ढाई माह बीत जाने तक भी उसे एक रुपये भी नही मिले साथ ही उसे परेशान भी किया जाता था सिर्फ काम लिया जाता था जफर ने अपनी सारी परेशनी को आबिद को वाट्सप के जरिए भेजी ताकि उसकी मदद हो सके जफर ने सम्बंधित एजेंसी से शिकायत किया
लेकिन उस एजेंसी ने मदद नही किया लेकिन फिर भी किसी तरह की कोई मदद न हो सकी ऐसे में उन्हें सैयद आबिद हुसैन के बारे में टीवी समाचार व फेसबुक से जानकारी हुयी कि वो विदेश में फसे लोगो की शोसिल मीडिया पर मोहीम चला कर मदद करवाते हैं इससे पैहले सैयद आबिद हुसैन दर्जनों मुहीम चला चुके हैं और लोगो की मदद करवा चुके हैं हाल ही में जिले का एक लाल बब्बर अली को आबिद ने अपनी मुहीम के जरिये आजाद कराया था ।
लेकिन जफर के मसले में उन्होंने ट्विटर से नही बल्कि कतर में कई सालों से रह हिंदुस्तान के बड़े विजनिस मैन सुहैल बुखारी से राबता किया सुहैल बुखारी ने अपने सेक्रेटरी महादेवन से बात कराई उन्हों ने जफर की सारी डीटेल मागी



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