✍️खबर चंदौली जनपद के बबुरी से है जहां आज भारत के डिजिटल इण्डिया के बढ़ते दौर में बैंको द्वारा जितना ही यूजर फ्रैन्डली सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं इससे लोगो को सुविधा तो बहुत है लेकिन इसका दुष्परिणाम भी सामने देखने को मिलता है। इसी क्रम विकेश सिंह निवासी बबुरी थाना बबुरी जनपद चन्दौली के खाते से पिछले कुछ दिनों से लगातर कुछ पैसे निकाले जा रहे थे। पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक चन्दौली के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया गया जिसपर पुलिस अधीक्षक चन्दौली सन्तोष कुमार सिंह द्वारा प्रभारी साइबर सेल जनपद चन्दौली को उक्त प्रार्थना पत्र पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया। जिसपर साइबर सेल द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये पीड़ित का 10000 रू0 खाते में वापस कराया गया। उक्त प्रकरण में जांच के दौरान पता चला कि पीड़ित के खाते से जिस पेटीएम वायलेट में पैसा जा रहा रहा है वह पीड़ित का सगा भतीजा निकला जिसने पूछताछ में बताया कि मैं अपने चाचा का एटीएम न0 व सीवीवी कोड़ लिख लिया था तथा मौका पाने पर अपने चाचा की मोबाइल ले लेता और उसपर आने वाली ओटीपी से तुरन्त अपने पेटीएम में पैसे ट्रांसफर करने के बाद ओटीपी के लिए आये मैसेज को डीलिट कर देता था ऐसे करके धीरे-धीरे कुल 43 हजार रू0 मैने अपने एटीएम में ट्रांसफर किये थे। जिसे पुलिस द्वारा पकड़ कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की गयी। पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा बताया गया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने खाते से सम्बन्धित कोई जानकारी या एटीएम कार्ड न0, सीवीवी न0 अथवा ओटीपी आदि को किसी के साथ कदापि ना शेयर करें चाहे वह आपका अपने घर व परिवार का ही सदस्य क्यूँ ना हो ऐसे मामलों में ठगी से बचने का एक मात्र जरिया स्वयं का जागरूक होना ही है। रिपोर्ट - विनय तिवारी जनपद चंदौली 9450142741
✍️खबर चंदौली जनपद के बबुरी से है जहां आज भारत के डिजिटल इण्डिया के बढ़ते दौर में बैंको द्वारा जितना ही यूजर फ्रैन्डली सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं इससे लोगो को सुविधा तो बहुत है लेकिन इसका दुष्परिणाम भी सामने देखने को मिलता है। इसी क्रम विकेश सिंह निवासी बबुरी थाना बबुरी जनपद चन्दौली के खाते से पिछले कुछ दिनों से लगातर कुछ पैसे निकाले जा रहे थे। पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक चन्दौली के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया गया जिसपर पुलिस अधीक्षक चन्दौली सन्तोष कुमार सिंह द्वारा प्रभारी साइबर सेल जनपद चन्दौली को उक्त प्रार्थना पत्र पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया। जिसपर साइबर सेल द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये पीड़ित का 10000 रू0 खाते में वापस कराया गया। उक्त प्रकरण में जांच के दौरान पता चला कि पीड़ित के खाते से जिस पेटीएम वायलेट में पैसा जा रहा रहा है वह पीड़ित का सगा भतीजा निकला जिसने पूछताछ में बताया कि मैं अपने चाचा का एटीएम न0 व सीवीवी कोड़ लिख लिया था तथा मौका पाने पर अपने चाचा की मोबाइल ले लेता और उसपर आने वाली ओटीपी से तुरन्त अपने पेटीएम में पैसे ट्रांसफर करने के बाद ओटीपी के लिए आये मैसेज को डीलिट कर देता था ऐसे करके धीरे-धीरे कुल 43 हजार रू0 मैने अपने एटीएम में ट्रांसफर किये थे। जिसे पुलिस द्वारा पकड़ कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की गयी। पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा बताया गया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने खाते से सम्बन्धित कोई जानकारी या एटीएम कार्ड न0, सीवीवी न0 अथवा ओटीपी आदि को किसी के साथ कदापि ना शेयर करें चाहे वह आपका अपने घर व परिवार का ही सदस्य क्यूँ ना हो ऐसे मामलों में ठगी से बचने का एक मात्र जरिया स्वयं का जागरूक होना ही है। रिपोर्ट - विनय तिवारी जनपद चंदौली 9450142741



Post A Comment:
0 comments so far,add yours