देश के 75 कृषि विश्वविद्यालय में 43वां और प्रदेश में बांदा कृषि विश्वविद्यालय को दूसरा स्थान प्राप्त
हुआ।
बांदा :- बुंदेलखंड के एकमात्र कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि बांदा को कृषि के विकास में देश के 75 विश्वविद्यालयों में 43वां और प्रदेश में दूसरा स्थान पाने का गौरव प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय
ने महज 8 वर्षों की कठिन मेहनत के दौरान यह उपलब्धि हासिल की है। ये रैंकिंग भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा जारी की गई
है। कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि
एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को सूबे में पहला और देश में 37 वां स्थान मिला है। कृषि विवि बांदा में अभी स्नातक स्तर का ही पाठ्यक्रम संचालित है। जबकि मूल्यांकन के लिए परास्नातक व डॉक्टरेट भी समाहित किया जाता है। कृषि विश्वविद्यालय
में शोध के क्षेत्र में भी लघु स्तर का कार्य हो रहा है। प्रसार के कार्यों में विश्वविद्यालय प्राथमिक सोपान पर है लेकिन विवि से स्नातक शिक्षा पूर्ण कर छात्र प्रदेश के अन्य कृषि विश्वविद्यालयों के साथ देश के नामचीन विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर
रहे हैं। अनुसंधान परिषद ने रैंकिंग के दौरान इसे भी आधार माना है।
रिपोर्टर :- ब्रजेश अवस्थी संजय
हुआ।
बांदा :- बुंदेलखंड के एकमात्र कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि बांदा को कृषि के विकास में देश के 75 विश्वविद्यालयों में 43वां और प्रदेश में दूसरा स्थान पाने का गौरव प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय
ने महज 8 वर्षों की कठिन मेहनत के दौरान यह उपलब्धि हासिल की है। ये रैंकिंग भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा जारी की गई
है। कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि
एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को सूबे में पहला और देश में 37 वां स्थान मिला है। कृषि विवि बांदा में अभी स्नातक स्तर का ही पाठ्यक्रम संचालित है। जबकि मूल्यांकन के लिए परास्नातक व डॉक्टरेट भी समाहित किया जाता है। कृषि विश्वविद्यालय
में शोध के क्षेत्र में भी लघु स्तर का कार्य हो रहा है। प्रसार के कार्यों में विश्वविद्यालय प्राथमिक सोपान पर है लेकिन विवि से स्नातक शिक्षा पूर्ण कर छात्र प्रदेश के अन्य कृषि विश्वविद्यालयों के साथ देश के नामचीन विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर
रहे हैं। अनुसंधान परिषद ने रैंकिंग के दौरान इसे भी आधार माना है।
रिपोर्टर :- ब्रजेश अवस्थी संजय



Post A Comment:
0 comments so far,add yours